Pet Dard Me Kya Kare – Lakshan, Karan, Ilaaj

Pet Dard Me Kya Kare – Lakshan, Karan, Ilaaj

Table of Contents

Pet Dard Me Kya Kare – पेट दर्द में क्या करे – Lakshan, Karan, Ilaaj

दोस्तो Pet Dard आजकल के वक्त में अब एक साधारण समस्या हो गई है, ऐसा इसलिए क्योंकि लोगों की जीवन शैली में अब काफी परिवर्तन आ चुका है। ना समय पर सोना, ना समय पर उठना, जब मर्जी, जो मर्जी खाना। ऐसे में पेट दर्द में राहत पाने के लिए आप अपनी Lifestyle में बदलाव लेकर आएं

सब विकारो में और भी बुरा है के बाहर का खाना अत्यधिक मात्र में खाना, ऐसे में बदहजमी होना या किसी भी तरह के दर्द की समस्या होना लाज़मी है।

दोस्तो पेट दर्द में लोग सबसे पहले घरेलू नुस्खे का इस्तमाल करना ही पसंद करते हैं। क्योंकि इसके इलाज से जुड़ी चीज घर में ही आसानी से मिल जाती है।

Pet Me Gas Ho To Kya Kare

आइए जाने ऐसे में पेट दर्द में क्या करना चाहिए

दोस्तो पेट दर्द में राहत पाने के लिए आप अपनी जीवन शैली में बदलाव लेकर आएं, जिसमें आप ज्यादा से ज्यादा घर का बना खाना ही खाएं।

Pet ke dard ke desi nuskhe ke liye yaha click kare

Pet Dard ke Gharelu Nuskhe – Pet Dard ka Upchar

  1. अजवाइन को पीसकर या ऐसे ही चबाकर खाएं।
  2. हरड़ का इस्तमाल करे।
  3. पुदीने की चटनी का सेवन करें।
  4. अदरक खा सकते है, हल्के गरम पानी के साथ।
  5. गुड़ और सौंफ का सेवन करें।
  6. कच्चा लहसुन या लहसुन का रस पिए।
  7. निम्बू पानी पिये.

Bacho Ke Pet Dard ke Gharelu Nuskhe

केवल बड़ो का ही नहीं अब तो छोटो को हर रोज नए प्रकार के बाहरी खाने चाहिए, जिस कारण से फिर वह भी पेट पकड़ के बैठ जाते हैं, जानिये ऐसे में बच्चों के पेट दर्द में क्या करना चाहिए।

  1. हिंग लेकर बच्चों की नाभि के पास लगाये।
  2. थोड़ा सा जयफल और नींबू बचे को चटा दे, और हल्का सा पानी पिला दे।
  3. बच्चों को शहद में हल्का सा अदरक का पेस्ट मिलकार चटाए, और बाद में पानी दे।
  4. थोड़ी-थोड़ी देर में दही खिलाते रहे।
  5. निम्बू पानी पिलाये।
  6. तुलसी के पत्तों का पानी उबालकर, गरम या ठंडा पिला सकते हैं।
  7. एलोवेरा जूस पिला सकते हैं।

Pregnancy me pet dard ke gharelu nukhe

  1. फाइबर युक्त भोजन करे, हरी सब्जी, फल और चोकर वाला आटा ही इस्तेमाल करे।
  2. ज्यादा से ज्यादा आराम करे।
  3. हल्की-हल्की एक्सरसाइज करें।
  4. एकदुम से खाना खाने की जगह, कुछ-कुछ देर में थोड़ा-थोड़ा खाना खाए।
  5. ध्यान और योग करती रहे।
  6. ढीले और आरामदायक कपडे ही पहने।
  7. मालिश करवाते रहे।

Pet Dard Hone Ke Karan

Pet dard mein bahut se karan hote hai jo ke niche likhe hue hai:

  1. ज्यादा खाना खा लेना।
  2. खाने का पचना नहीं।
  3. कब्ज की बीमारी होना।
  4. ज्यादा पानी पी लेना।
  5. मिर्च मसाले वाले, ज्यादा तेल वाले खाने खाते रहना।
  6. पिज्जा, बर्गर सैंडविच, काठी रोल और खासकर अजीनोमोटो से भरे चाइनीज खाने खाना।
  7. बचा हुआ बासी खाना खाने से।
  8. खाने को बार-बार गरम करके खाने से।
  9. ज्यादा स्प्राउट्स खाने से (इन्हें हल्का उबालकर खाएं)
  10. खाना खाके एकदम से शारीरिक काम करने लग जाना।

Pet dard ke kuch anya karan

  1. गैस की समस्या होना
  2. पित्त पथरी होना
  3. किडनी स्टोन होना
  4. अपेंडिसाइटिस होना
  5. हर्निया की समस्या
  6. एसिडिटी की समस्या
  7. कब्ज़ की समस्या
  8. संवेदनशील आंत की बीमारी
  9. मूत्र पथ के संक्रमण

Pet dard mein kis prakaar ka ahaar khana chahiye – Pet dard mein kya khaye

  1. हल्का भोजन ही ले, बिना तेल, मैदा के, हो सके तो खिचड़ी ही खाये।
  2. फलों में पपीता, अनार का जूस, संतरे के जूस, गाजर का जूस ले।
  3. चाय, कॉफ़ी और दूध का कम इस्तेमाल करे।
  4. लसी पिए और हो सके तो हमें अजवाइन मिला कर पिए।
  5. ऐसे में खट्टी चीज कम ही खाए जैसे कि दही या निम्बू।
  6. अगर पेट दर्द की वजह से आपको उल्टी आने वाली हो रही है तो ऐसे में कुछ ना खाएं, चाहे तो हल्की सी चीनी ले सकते हैं, और थोड़ी थोड़ी देर में चावल का पानी पिए और मूंग की दाल का पानी पिए, ये सब चीजे हल्की और आसान से पचने वाली होती है।
  7. गेहू की रोटी, पालक, बेसन, मैदा जैसा अन्य कोई भी आहार यानि के हैवी खाना नहीं लेना चाहिए।

Pet ke dard ke desi nuskhe ke liye yaha click kare

Apne jeevan ko behtar banana ke liye niche likhe badlaav laaiye

  1. सबसे पहले सुबह उठकर 1 से 2 गिलास हल्का गरम पानी पीना चाहिए, बिल्कुल धीरे जैसे चाय पीते हैं, ऐसा करने से आपका पेट साफ रहेगा और कब्ज की समस्या भी नहीं होगी।
  2. खाने में ऑयली फूड को बंद कर दे या बिल्कुल कम कर दे, बेसन से बनी चीजों का भी कम प्रयोग करें।
  3. जब पेट में प्रेशर बन रहा हो तो उसको रोककर नहीं रखना चाहिए।
  4. चाय और कॉफ़ी की मात्रा कम कर दे।
  5. एक्सरसाइज करने के बाद एकदम से पानी मत पिए, कम से कम 20 मिनट का गैप रखें।
  6. रात में हल्का भोजन करे और कोशिश करे कि हरी सब्जी को ही खाने में ले, इससे ना पेट दर्द होगा ना पेट में गैस बनेगी।
  7. रात के समय मिर्च मसाले वाला भोजन मत करे।
  8. जितना हो सके रात में जल्दी से जल्दी सो जाना चाहिए, ज्यादा देर तक जागने से पूरे शरीर का सिस्टम परेशान हो जाता है, और ऐसे में पेट दर्द या सीने में दर्द हो सकता है।
  9. रात में खाना सोने से कम 1 या 2 घंटे पहले खा लेना चाहिए, और हो सके तो बाद में जरूर चले, अगर नहीं कर सके तो कम से कम 10-20 मिनट खड़े ही हो जाएं।

Pet dard se jude puche wala sawaal

सर्दी में पेट दर्द में क्या करे? – Sardi mein pet dard mein kya kare?

सर्दी में पेट में दर्द होने पर गरम पानी के साथ अदरक या लहसुन का सेवन किया जा सकता है, चाहे तो साथ में थोड़ा सा शहद भी ले लो।

5 मिनट में पेट दर्द से कैसे छुटकारा पाएं?

  • पेट दर्द में अनार खाए
  • मेथी के बीज पेट की तकलीफ़ को कम कर सकते हैं
  • पुदीना खाइए पेट दर्द से आराम पाइये
  • अदरक है स्वास्थ्यवर्धक

पेट दर्द हो तो क्या करें?

पेट दर्द के घरेलू उपचार/उपाय – Home Remedies for Stomach Pain in Hindi

  • सौंफ: एक चम्मच सौंफ को पानी में उबालें और फिर इस पानी को ठंडा करके पिएं।
  • हींग: एक गिलास गर्म पानी में लगभग एक चुटकी हींग मिलाएं और पानी पिए.
  • पुदीना:- पुदीना की चाय बनाइये और दिनभर में 2 से 4 कप चाय पिएं।

पेट दर्द का कारण क्या है? – Reason of Stomach Ache in Hindi

पाचन या फिर पेट से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या हो, जैसे के पेट दर्द या फिर बेचैनी, अक्सर लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से, समय की कमी के कारण या फिर जंक फूड के अत्यधिक खाने से और नींद की कमी भी होती है पेट दर्द का कारण।

Face Masks For Skin Tightening

Tarike Naraz Biwi ko Manane ke

पेट में तेज दर्द होने पर मुझे क्या खाना चाहिए? – What to Eat in Stomach Ache in Hindi

कुछ लोग पेट की ख़राबी या फिर दस्त की प्रॉब्लम में केला खाना सुझाते हैं। आप चाहे तो केले, चावल, सेब की चटनी इस प्रॉब्लम में खा सकते है। ये हल्के खाद्य पदार्थ आपके पेट के लिए बेहद हलके होते हैं, इसलिए आगे से पेट की खराबी को रोकने में इन चीजो को खाने से इस मुसीबत में मदद मिल सकती है।

नाभि के ऊपर पेट दर्द के कारण – Reasons of Stomach in Hindi

यहां पेट दर्द के कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं जो नाभि के ऊपर से भी संबंधित हो सकते हैं:

गैस बनना: अत्यधिक गैस बनने से पेट में दर्द हो सकता है और इससे नाभि के पास भी दर्द हो सकता है। गैस का कारण आप क्या खाते हैं, क्या खाते हैं, कैसे खाते हैं आदि पर भी निर्भर करता है।

भूख न लगना: अगर आपको भूख नहीं लगती है, लेकिन खाने का इंतजार करते हैं तो इस समय पेट में दर्द हो सकता है।

हाइपरएसिडिटी: हाइपरएसिडिटी के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है और नाभि के आसपास का क्षेत्र भी प्रभावित हो सकता है।

पाचन संबंधी समस्याएं: पाचन संबंधी समस्याएं भी पेट दर्द का कारण बन सकती हैं और नाभि के आसपास के क्षेत्र को भी प्रभावित कर सकती हैं।

सूजन: कभी-कभी आहार में बदलाव या तनाव के कारण पेट में सूजन हो सकती है, जिससे दर्द हो सकता है और नाभि के पास का क्षेत्र भी प्रभावित हो सकता है।

पेट दर्द का इलाज – Pet Dard ka Ilaaj

इससे पहले के आप पेट दर्द का इलाज कर सकें, आपको इस समस्या का कारण पता लगाना होगा, क्योंकि इसका उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है। यहां निचे आपको पेट दर्द के कुछ बेहद सामान्य उपचार दिए गए हैं.

आराम करे: पेट दर्द होने पर आपको अपने शरीर को आराम देना अत्यंत ही जरूरी है। अपने पेट के नीचे गर्म तकिया रखकर आराम से बिस्तर पर लेटें।

गर्म पानी पिए: गर्म पानी पीने से आपको पेट दर्द से राहत मिल सकती है। एक गिलास गर्म पानी में आप चाहे तो एक चम्मच शहद मिलाएं और पिएं। (गर्मियों में शहद कम ले या न ले)

अदरक और तुलसी ले : अदरक और तुलसी के पत्तों को उबालकर उसका पानी पीने से पेट दर्द में राहत मिल सकती है।

अनार खाए/ पिए: धूप में सुखाए हुए अनार के छिलकों का पाउडर बना ले और फिर एक चम्मच पानी में मिलाकर उसको इस्तेमाल किया जा सकता है।

जीरा और सौंफ ले : जीरा और सौंफ को भूनकर अच्छे से मिला ले और फिर उसको गरम पानी में पीने से भी पेट दर्द से राहत मिल सकती है.

महिलाओं में पेट दर्द के कारण – Reason of Stoamch Pain in Women’s

महिलाओं में पेट दर्द के कारण कई प्रकार के हो हो सकते हैं। ये कारण साधारण या फिर गंभीर भी हो सकते हैं, अगर आपको पूरे दिनभर या फिर नियमित रूप से बार-बार पेट दर्द हो रहा है है, तो किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह लेने की हिदायत दी जाती है।

यहां कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:

मासिक धर्म (पीरियड): मासिक धर्म आने पर महिलाओ के पेट में दर्द होना एक सामान्य बात है। इससे महिलाओ के गर्भाशय के निचले हिस्से की मांसपेशियों में अचानक दर्द होने लगता है।

गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान भी पेट में दर्द हो सकता है, जो के भ्रूण की वृद्धि और विकास से संबंधित है।

गर्भाशय संबंधी समस्याएं: फाइब्रॉएड, गर्भाशय सिस्ट, एंडोमेट्रियोसिस (गर्भाशय की परत की समस्या), या अन्य गर्भाशय संबंधी समस्याएं (Fibroids, Uterine Cysts, Endometriosis (Problem with the lining of the Uterus), or other Uterine Problems) भी पेट दर्द का एक कारण बन सकती हैं।

पाचन संबंधी समस्याएं: गैस, कब्ज या फिर अपच जैसी पाचन संबंधी समस्याएं (Digestion Related Problems) भी पेट दर्द का कारण बन सकती हैं।

गुर्दे की पथरी: कभी-कभी गुर्दे की पथरी (Kidney Stone) के कारण पेट में दर्द हो सकता है जो के पेट के निचले हिस्से तक फैल जाता है।

Fatty Liver ka Upchar

Baal Jhadne Se Kaise Roke

अजवाइन पेट दर्द का घरेलू इलाज – Ajwain for Stomach Pain

अजवाइन पेट दर्द से राहत दिलाने में काफी मदद करती है। अपने गुणों के कारण अज्वैन पाचन में सुधार, और पेट की गैस को कम करने और आपके पेट के दर्द को कम करने में मदद करता है। यहां अजवाइन का उपयोग करने के बेहद ही सरल घरेलू उपचार दिए गए हैं:

अजवाइन का काढ़ा: Ajwain ka Soup

  • एक छोटे पैन में दो कप पानी डालें।
  • इसमें 2 बड़े चम्मच अजवाइन मिलाएं.
  • अब इसे गर्म करके उबाल लें।
  • जब पानी की मात्रा आधी रह जाए तो इसे ठंडा होने दें।
  • इसे चाय की तरह आराम से स्वाद लेकर पियें.

अजवान का पानी: Ajwain Water

  • एक गिलास पानी में 1 चम्मच अजवाइन डालकर इसको भिगो दें।
  • इसको ऐसे ही रात भर रखें.
  • और सुबह उठकर इसे पी लें.

याद रखें, ये घरेलू उपचार सामान्य पेट दर्द के लिए हैं। यदि आपका दर्द गंभीर है या बार-बार होता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना सुरक्षित है।

पेट दर्द के लिए क्या खाना चाहिए – Pet Dard Mein Kya Khaaye  

पेट दर्द मिएँ खानपान चुनने के कुछ बेहद ही सरल और सुरक्षित तरीके हैं जो आपको दर्द में आराम  दिलाने में आपकी मदद करेंगे।

पेट दर्द होने पर आप निम्नलिखित आहार खा सकते हैं:

पानी: हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। बहुत सारे तरल पदार्थ पीना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आपको दस्त या उल्टी हो।

सूप: सूप पेट दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। अच्छी तरह से बनाई गई सब्जी, दाल या चिकन सूप आराम के लिए विशेष रूप से सहायक होते हैं। सूप को धीमी आंच पर उबालना चाहिए, जिससे पेट दर्द में आपको आराम मिल सके।

खिचड़ी: दर्द या पाचन संबंधी समस्याओं (Digestion Rleated Problems in Hindi) से राहत पाने के लिए अच्छी खिचड़ी खाना बहुत अच्छा होता है। अनाज और आटे को दलिया और चावल से बदलें। पाचन को बेहतर बनाने के लिए आप इसमें थोड़ा सा जीरा और हींग भी मिला सकते हैं।

दही: दही पेट दर्द से राहत दिला सकता है। यह पाचन में सुधार करता है और गैस को कम करने में मदद करता है।

नाश्ता: पेट में दर्द होने पर तले हुए भोजन और मसालेदार भोजन से बचने की कोशिश करें। इसके बजाय, उपवास वाले आहार पर टिके रहें जिसमें फल, सब्जियाँ और उबले हुए खाद्य पदार्थ शामिल हों।

भोजन के बाद ध्यान दें: भोजन के बाद लंबे समय तक बैठने से बचें और अधिक ध्यान वाक करने की तरफ लगाये। यह पाचन में सुधार करता है और दर्द से राहत देता है।

पेट दर्द में क्या नहीं खाना चाहिए – What Not to Eat in Stomach Pain in Hindi

पेट में दर्द होने पर निचे दिए पदार्थ खाने से आपको बचना नहीं तो आपकी समस्या और बढ़ सकती है। यहां कुछ खाद्य पदार्थों की सूची दी गई है जिन्हें पेट दर्द होने पर नहीं खाना चाहिए:

तला हुआ भोजन: तला हुआ और मसालेदार भोजन पेट दर्द को और भी बुरा बना सकता है। इसलिए ऐसे में अपने भोजन में तले हुए खाद्य पदार्थों और तीखे मसालों का प्रयोग कम करें या कुछ दिन के लिए निकाल दे।

तला हुआ भोजन: तला हुआ और ना भोजन भी पेट दर्द का कारण बन सकता है। हल्का पका हुआ खाना ही खाएं, मार्किट के खाने को भूल जाए तो बेहतर है .

डीप-फ्राइड पैकेज्ड फूड: डीप-फ्राइड पैकेज्ड फूड, जैसे, फ्रेंच फ्राइज, बिस्कुट (Deep-fried packaged foods, such as french fries, biscuits) आदि में अधिक तेल और मसाले हो सकते हैं, जो पेट दर्द को बढ़ा सकते हैं।

कॉफी और चाय: बहुत अधिक कॉफी और चाय पीने से भी पेट दर्द हो सकता है। इसमें मौजूद कैफीन पेट की परेशानी बढ़ा सकता है।

मिठाइयाँ: बहुत अधिक मिठाइयाँ खाने से पेट में सूजन और पेट दर्द हो सकता है। मीठे पदार्थों के अधिक सेवन से बचें।

मीठा खाने से बचे, जैसे के टॉफी, आइसक्रीम, पैकेट वाले बिस्कुट इत्यादि.

नाभि के नीचे पेट दर्द के कारण – Causes of Abdominal Pain Below Navel in Hindi

नाभि के नीचे पेट दर्द के कई संभावित कारण होते हैं। यहां निचे कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:

गैस: पेट में अत्यधिक गैस बनने से भी नाभि के नीचे दर्द हो सकता है। गैस कई कारणों से बन सकती है, जैसे के आपके खान-पान की आदतें, आहार में बदलाव, भोजन का तरीका या आहार में गैस बनाने वाले खाने का सेवन.

पाचन संबंधी समस्याएं: गैस्ट्राइटिस, अपच, या आईबीएस (इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम) gastritis, indigestion, or IBS (irritable bowel syndrome) जैसी पाचन संबंधी समस्याएं भी पेट में दर्द (Pet Dard) का कारण बन सकती हैं और नाभि के नीचे प्रभावित कर सकती हैं।

मासिक धर्म (पीरियड): महिलाओं में मासिक धर्म (periods) के दौरान पेट में दर्द होना आम बात है और इससे नाभि के नीचे भी दर्द हो सकता है। इससे गर्भाशय के निचले हिस्से की मांसपेशियों में दर्द होने लगता है।

गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान पेट में दर्द हो सकता है, जो भ्रूण की वृद्धि और विकास से संबंधित है।

हर्निया: नाभि के नीचे हर्निया भी पेट दर्द का कारण आसानी से बन सकता है। हर्निया पेट में एक निश्चित प्रकार का उभार होता है जो के दर्द और परेशानी का कारण बन सकता है।

नाभि के ऊपर पेट दर्द का इलाज – Causes of Abdominal Pain Above Navel in Hindi

नाभि के ऊपर पेट दर्द का इलाज करने से पहले इसके कारण का पता लगाना जरूरी है। यहां कुछ सामान्य उपचार विकल्प दिए गए हैं, लेकिन यदि दर्द गंभीर है या बार-बार हो रहा है तो अपने डॉक्टर को दिखाना सबसे अच्छा है:

आराम: पेट दर्द होने पर आपको अपने शरीर को आराम देने पर ध्यान देना चाहिए। अपने पेट के नीचे गर्म तकिया रखकर बिस्तर पर लेट जाए और आराम करे.

गर्म तेल: पेट दर्द से राहत के लिए आप अपनी नाभि के आसपास गर्म तेल से धीरे-धीरे मालिश करें।

अजवाइन का पानी: अजवाइन का पानी भी पेट दर्द के इलाज में रामबन नुस्खा है। एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच अजवाइन मिलाकर पीना पेट के लिए फायदेमंद हो सकता है।

पानी: अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने से पेट दर्द से बहुत हलद राहत मिल सकती है। प्रतिदिन खूब पानी पियें।

जायफल: पेट दर्द से राहत पाने के लिए आप एक गिलास दूध में एक चुटकी पिसा हुआ जायफल मिलाएं।

अनार: धूप में सुखाए हुए अनार के छिलकों का पाउडर बनाइये और फिर एक चम्मच पानी में मिलाकर खा जाइए। यहआपको  पेट दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

मूंग धूली दाल: मूंग की धूली दाल खाने से भी पेट दर्द से राहत मिल सकती है।

Pet Dard ki Dawa

पेट दर्द का कारण पता करें और पेट दर्द की दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। पेट दर्द के कई कारण हो सकते हैं और विभिन्न प्रकार की दवाओं से इसका इलाज किया जा सकता है।

मुझे कैसे पता चलेगा कि पेट का दर्द गंभीर है के नहीं? – Mujhe kaise pata chalgea ke pet ka dard gambhir hai ke nahi?

ऊपर बतायें कारणों से आप पता लगा सकते हैं आपका पेट दर्द गंभीर है या सामान्य।

खाली पेट दर्द होने का क्या कारण है? – Khali pet dard hone ka kya karan hai?

खाली पेट गैस, एसिडिटी या खाने के ना पचने के कारण होता है, कई बार ये गंभीर भी हो सकता है और ऐसे में डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

बच्चों के पेट दर्द का घरेलू इलाज क्या है? – Bacho ke pet dard ka gharelu ilaaj kya hai?

बच्चों को पेट दर्द में चावल का पानी पिलाना चाहिए, थोड़ा थोड़ा पानी थोड़ी देर में देना चाहिए।

Pet Dard Ka Specialist Doctor

Pet Dard Ke Specialist Doctor के लिए आप आपने घर के आस पास के सरकारी हॉस्पिटल या क्लिनिक में भी दिखा सकते है यह फिर प्राइवेट डॉक्टर को भी दिखा सकते है.

Pet Dard Medicine – Pet Dard Ki Medicine

पेट दर्द की दवाई के लिए यहाँ क्लिक करे

Pet Dard Ki Dawa – Pet Dard Ka Tablet – Pet Dard Ki Tablet Name

पेट दर्द की दवाई के लिए यहाँ क्लिक करे

Pet Dard Ka Upay

  • बहार के खाने से बचे
  • खाना खाकर सैर ज़रूर करे
  • समय समय पर गरम पानी पीते रहे

Pet Mein Dard Kyon Hota Hai – Pet Dard Ke Karan

पाचन या पेट से संबंधित समस्याएं, जैसे के पेट दर्द या फिर बेचैनी, अक्सर लंबे समय तक बैठे रहने से, समय की कमी के कारण जंक फूड (Junk Food)के अत्यधिक सेवन और नींद की कमी के कारण होती हैं। पेट के दर्द के साथ, छाती और श्रोणि के बीच के क्षेत्र में दर्द या बेचैनी महसूस होती है।

दोस्तो, Pet Dard की परेशानी ऐसी होती है कि इंसान ठीक से बैठ नहीं पाता है और ना खड़ा हो पाता है और ना कोई काम कर पाता है, ऐसे में ऊपर लिखी पोस्ट की बातों को ध्यान से पढ़ें और इन पर अमल करें, और आप हमेशा सेहमंद, चुस्त और दुरुस्त रहोगे।

Thank you for visiting Jio Lifestyles

Summary
Pet Dard Me Kya Kare – Lakshan, Karan, Ilaaj
Article Name
Pet Dard Me Kya Kare – Lakshan, Karan, Ilaaj
Description
Pet Dard Me Kya Kare – Lakshan, Karan, Ilaaj
Author
Publisher Name
Jio Lifestyles
Publisher Logo

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *